
ट्रम्प ने माइक वाल्ट्ज को UN में बनाया राजदूत, NSA पद से हटाया; मार्को रूबियो बने कार्यकारी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार
ट्रम्प ने माइक वाल्ट्ज को UN में बनाया राजदूत, NSA पद से हटाया; मार्को रूबियो बने कार्यकारी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार
🔹 परिचय: अमेरिकी प्रशासन में अहम बदलाव
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति और रिपब्लिकन नेता डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बड़ा प्रशासनिक बदलाव करते हुए नेशनल सिक्योरिटी एडवाइज़र (NSA) के पद पर बैठे माइक वाल्ट्ज को हटा दिया है और उन्हें संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका का नया राजदूत नियुक्त किया है।
उनकी जगह पर अब सीनियर सीनेटर और विदेश नीति पर प्रभावशाली नेता मार्को रूबियो को कार्यकारी NSA बनाया गया है।यह कदम 2024 के चुनावों के बाद ट्रम्प की टीम में आ रहे…
🔹 माइक वाल्ट्ज: एक फौजी से राजनयिक बनने तक का सफर
माइकल वॉल्ट्ज, पूर्व ग्रीन बेरेट कमांडर और कांग्रेस सदस्य रह चुके हैं। वे सुरक्षा, खुफिया और अंतरराष्ट्रीय मामलों पर ट्रम्प की टीम के एक प्रमुख सलाहकार रहे हैं।
अब उन्हें संयुक्त राष्ट्र में भेजा गया है, जहां वे अमेरिका की अंतरराष्ट्रीय नीति को सुरक्षा-प्रथम दृष्टिकोण से आगे बढ़ाएंगे।
उनकी प्रमुख योग्यताएँ:
- अफगानिस्तान में सेवा दे चुके हैं
- डिफेंस और कूटनीति में गहरी पकड़
- चीन और रूस पर कड़ा रुख
यह बदलाव दर्शाता है कि ट्रम्प प्रशासन संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की सख्त और स्पष्ट नीति पेश करना चाहता है।
🔹 NSA पद से हटाना क्यों जरूरी समझा गया?
ट्रम्प के करीबी सूत्रों के अनुसार:
- माइक वाल्ट्ज की नीतियाँ अधिक “कड़ी” और आक्रामक हो रही थीं, जिससे सहयोगी देशों से संबंधों में तनाव महसूस हो रहा था।
- संयुक्त राष्ट्र में उनकी मौजूदगी अमेरिका की अंतरराष्ट्रीय छवि को ‘सख्ती और आत्म-हित’ के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत कर सकती है, जो ट्रम्प की विदेश नीति के अनुकूल है।

🔹 मार्को रूबियो: नए NSA के तौर पर क्या लाएंगे?
मार्को रूबियो, जो लंबे समय से सीनेट की फॉरेन रिलेशंस और इंटेलिजेंस कमिटी में सक्रिय हैं, अब अमेरिका के कार्यकारी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) बन चुके हैं।
उनकी ताकत:
- विदेश नीति और चीन मामलों के जानकार
- क्यूबा-अमेरिकी समुदाय से संबंध
- साइबर सुरक्षा और डाटा प्रोटेक्शन में अनुभव
ट्रम्प के NSA के रूप में उनकी नियुक्ति से यह संकेत मिलता है कि अमेरिका अपनी आंतरिक सुरक्षा और विदेश नीति को संतुलित करने की कोशिश कर रहा है।
🔹 ट्रम्प की रणनीति क्या दिखाती है?
इन दोनों नियुक्तियों से यह स्पष्ट होता है कि ट्रम्प:
- संयुक्त राष्ट्र में कड़ा और अमेरिकी हितों को प्राथमिकता देने वाला चेहरा चाहते हैं।
- NSA पद पर किसी ऐसे व्यक्ति को लाना चाहते हैं जो राजनीतिक रूप से संतुलित, व्यावहारिक और रणनीतिक रूप से चतुर हो।
🔹 आगे क्या असर पड़ेगा?
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की छवि:
माइक वाल्ट्ज जैसे सैन्य पृष्ठभूमि वाले नेता के आने से संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की छवि कमजोर समझौतों की जगह, स्पष्ट और निर्णायक फैसलों वाली बन सकती है।
चीन और रूस से रिश्ते:
दोनों ही नेताओं की चीन-विरोधी नीतियाँ जाहिर हैं, जिससे अमेरिका-चीन संबंधों में और तल्खी आ सकती है।
अमेरिका की सुरक्षा नीति:
NSA पद पर रूबियो की नियुक्ति से अमेरिका साइबर सुरक्षा, आंतरिक सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में नए संतुलन की खोज करेगा।
🔹 राजनीतिक संकेत: ट्रम्प 2028 के लिए तैयारी में?
ट्रम्प द्वारा इतनी बड़ी प्रशासनिक नियुक्तियाँ करना यह संकेत देता है कि वे 2028 के चुनावों के लिए एकमजबूत और सुसंगठित टीम खड़ी कर रहे हैं।
इसका सीधा संदेश यह है कि अमेरिका के आंतरिक और अंतरराष्ट्रीय मामलों में अब सख्ती, अनुभव और रणनीति का मिश्रण होगा।
