
2025 में EV में आग लगने के पीछे के कारण और उनसे बचाव ?
इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EVs) को पर्यावरण के अनुकूल और भविष्य की परिवहन प्रणाली माना जा रहा है। लेकिन 2025 में EV में आग लगने की कई घटनाएं सामने आईं, जिसने आम जनता और एक्सपर्ट्स दोनों को चिंतित किया है। EV पारंपरिक वाहनों की तुलना में सुरक्षित माने जाते हैं, फिर भी इनकी बैटरी में छिपा खतरा कुछ अलग किस्म का होता है।
इस लेख में हम जानेंगे कि EV में आग लगने के असली कारण क्या हैं, किन तकनीकी खामियों की वजह से ये घटनाएं होती हैं, और किस तरह इनसे बचा जा सकता है।
EV बैटरी – समस्या की जड़
EV का दिल होती है उसकी लिथियम-आयन बैटरी, जो बहुत कम जगह में ज्यादा ऊर्जा स्टोर करती है। अगर इसे सही ढंग से हैंडल न किया जाए, तो यह ऊर्जा विस्फोट का रूप ले सकती है।
1. थर्मल रनअवे (Thermal Runaway)
यह तब होता है जब बैटरी का एक सेल ज़्यादा गर्म होकर अन्य सेल्स को भी गर्म करता है। इसके कारण होती हैं:
- ओवरचार्जिंग या हाई टेम्परेचर में चार्जिंग
- बैटरी सेल की खराबी
- दुर्घटना में बैटरी को झटका लगना
2. टक्कर से बैटरी को नुकसान
हल्की सी टक्कर भी बैटरी के अंदर शॉर्ट सर्किट का कारण बन सकती है, जो आग का कारण बनती है।
3. खराब बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम (BMS)
BMS चार्जिंग व डिस्चार्जिंग को नियंत्रित करता है। इसमें गड़बड़ी आग लगने का बड़ा कारण बन सकती है।
4. मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट्स
बैटरी के निर्माण में आई छोटी-सी गलती जैसे वेल्डिंग डिफेक्ट, अशुद्धता, या असंतुलित चार्जिंग गंभीर दुर्घटना का कारण बन सकते हैं।
5. पानी से संपर्क
अधिक समय तक पानी में रहने पर बैटरी में शॉर्ट सर्किट की संभावना बढ़ जाती है।
2025 में घटी कुछ प्रमुख EV आग की घटनाएँ
- एक लोकप्रिय SUV में मामूली एक्सीडेंट के बाद आग लग गई।
- एक लक्ज़री सेडान में खड़े-खड़े चार्जिंग के दौरान बैटरी फट गई।
- इलेक्ट्रिक बसों के एक पूरे फ्लीट में आग की कई घटनाएं सामने आईं, जिनका कारण था खराब निर्माण और कूलिंग सिस्टम।
आग से कैसे बचें? जरूरी उपाय
1. बेहतर बैटरी डिजाइन और सामग्री
लिथियम आयरन फॉस्फेट और सॉलिड-स्टेट बैटरियाँ अधिक सुरक्षित विकल्प हैं।
2. स्मार्ट बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम
AI आधारित सिस्टम से पहले से खतरे की पहचान की जा सकती है।
3. मजबूत व्हीकल स्ट्रक्चर
फायर-रेसिस्टेंट मैटेरियल और मजबूत बैटरी केस आग के खतरे को कम कर सकते हैं।
4. स्मार्ट चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर
ऐसे चार्जिंग स्टेशन जो बैटरी की स्थिति के अनुसार पावर सप्लाई कंट्रोल कर सकें।
5. नियमित निरीक्षण और मेंटेनेंस
बैटरी की समय-समय पर जांच और सॉफ़्टवेयर अपडेट्स से हादसे रोके जा सकते हैं।
6. यूजर्स को प्रशिक्षण
EV यूज़र्स को चार्जिंग और मेंटेनेंस से जुड़ी सही जानकारी देना आवश्यक है।
निष्कर्ष
EV में आग लगना दुर्लभ जरूर है, परंतु इसके परिणाम घातक हो सकते हैं। बेहतर टेक्नोलॉजी, मजबूत सुरक्षा उपाय, और लोगों की जागरूकता इन हादसों को रोके जाने में मदद कर सकती है। EV का भविष्य उज्ज्वल है, बस जरूरत है सुरक्षा को सर्वोपरि बनाने की।