
Meta का सुपरइंटेलिजेंस मिशन: PlayAI की टीम अब Zuckerberg की नई रणनीति का हिस्सा

दुनिया के सबसे बड़े सोशल मीडिया नेटवर्क Meta ने अब साफ कर दिया है कि उसका फोकस केवल सोशल मीडिया नहीं, बल्कि सुपरइंटेलिजेंस AI बनाने पर है। Meta ने हाल ही में वॉयस AI स्टार्टअप PlayAI को खरीद कर इस दिशा में बड़ा कदम उठाया है।
💡 यह डील क्यों खास है?
क्योंकि PlayAI एक ऐसी टेक्नोलॉजी पर काम कर रहा था जो भविष्य के AI वॉयस असिस्टेंट्स, AI कैरेक्टर्स और स्मार्ट डिवाइसेज की रीढ़ बन सकती है।
PlayAI क्या करता है और Meta को इससे क्या मिलेगा?

PlayAI एक वॉयस टेक स्टार्टअप है जो नेचुरल वॉयस जनरेशन और आसान वॉयस क्रिएशन टूल्स पर काम करता है। इसका फोकस था:
- बेहद रियलिस्टिक AI आवाजें बनाना
- उपयोगकर्ताओं के लिए वॉयस इंटरफेस को नेचुरल बनाना
- वॉयस के ज़रिए इंसानों जैसे AI कैरेक्टर्स तैयार करना
अब जब ये टीम Meta में शामिल हो गई है, तो इसका टेक्नोलॉजी इकोसिस्टम Meta AI, WhatsApp Voice Interface, Instagram AI कैरेक्टर्स, और Meta की वियरेबल डिवाइसेज़ में यूज होगी।
किसे रिपोर्ट करेगी PlayAI की टीम?
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, PlayAI की टीम अब Meta के नए एग्जीक्यूटिव Johan Schalkwyk को रिपोर्ट करेगी।
Johan खुद एक दूसरे वॉयस AI स्टार्टअप Sesame AI से Meta में शामिल हुए हैं। इससे साफ है कि Meta अपनी वॉयस AI कैपेबिलिटी को बहुत तेजी से बढ़ा रहा है।
Zuckerberg का सुपरइंटेलिजेंस प्लान क्या है?

Meta के CEO Mark Zuckerberg ने 2025 की शुरुआत में ही यह घोषणा कर दी थी कि AI अब उनकी कंपनी की सबसे बड़ी प्राथमिकता है।
इस घोषणा के बाद Meta ने नया डिवीजन बनाया –
Meta Superintelligence Labs
इसका मकसद है एक ऐसा AI बनाना जो:
- इंसानों से तेज सोच सके
- संवेदनशील बातचीत कर सके
- भावनात्मक रूप से कनेक्ट हो
- आवाज और व्यवहार में इंसान के करीब हो
Meta का पिछला अनुभव: LLaMA 4 की असफलता
Meta ने इस साल अपना शक्तिशाली AI मॉडल LLaMA 4 लॉन्च किया था। लेकिन यह OpenAI के GPT-4 और Google के Gemini जैसे मॉडलों के सामने टिक नहीं पाया।
यह झटका Meta के लिए सबक बना और तभी Zuckerberg ने AI टैलेंट हंट और स्टार्टअप अधिग्रहण का नया अभियान शुरू किया।
टैलेंट हंट और बड़ी डील्स
Meta इस समय AI सेक्टर में सबसे ज़्यादा पैसा खर्च करने वाली कंपनियों में शामिल है। कुछ प्रमुख डील्स:
- AI स्टार्टअप Scale AI को $14.3 बिलियन में खरीदा
- OpenAI और Google के एक्सपर्ट्स को हाई पे पर हायर किया
- Apple के AI हेड Ruoming Pang को $200 मिलियन से ज्यादा का ऑफर दिया गया
इन निवेशों से स्पष्ट है कि Meta अब सिर्फ सोशल मीडिया कंपनी नहीं, बल्कि AI सुपरपॉवर बनना चाहती है।
WhatsApp, Instagram और Meta AI में क्या बदलेगा?
📱 WhatsApp:
- अब वॉयस के ज़रिए स्मार्ट जवाब देने वाला AI असिस्टेंट आ सकता है
- नेटवर्क या डेटा ना होने पर भी वॉयस-सक्षम सुविधाएं उपलब्ध होंगी
- इमरजेंसी वॉयस ट्रांसलेशन या नेविगेशन फीचर्स जुड़ सकते हैं
📸 Instagram:
- AI से चलने वाले इंटरऐक्टिव कैरेक्टर्स स्टोरीज़ या DM में दिख सकते हैं
- वॉयस-कंट्रोल्ड फिल्टर, कमेंट और पोस्टिंग फीचर्स संभव
🤖 Meta AI Ecosystem:
- वियरेबल्स जैसे AR ग्लासेस में नेचुरल वॉयस असिस्टेंट
- ऑडियो कंटेंट क्रिएशन टूल्स जिसमें सिर्फ बोलकर कंटेंट बना सकें
- ह्यूमन-लाइक AI इंटरफेस जो गेमिंग और VR में बेस्ट एक्सपीरियंस दे
Meta बनाम OpenAI, Google, और Musk
Meta अब सीधे Elon Musk की xAI, Google की Gemini, और OpenAI की GPT सीरीज़ को टक्कर देने की प्लानिंग में है।
Zuckerberg की योजना है कि वे AI को इंसानों जितना या उससे बेहतर बना सकें। और इसी मिशन को “Superintelligence” नाम दिया गया है।
निष्कर्ष: PlayAI के साथ Zuckerberg की अगली छलांग
PlayAI का Meta में शामिल होना सिर्फ एक अधिग्रहण नहीं, बल्कि AI की दुनिया में Meta की गंभीरता का प्रमाण है।
Zuckerberg अब केवल एक सोशल मीडिया CEO नहीं, बल्कि AI रेस में फ्यूचर लीडर बनने की कोशिश कर रहे हैं।
आने वाले महीनों में हम WhatsApp, Instagram और Meta के अन्य प्लेटफॉर्म्स पर AI आधारित नई वॉयस सुविधाएं और इंटेलिजेंट इंटरफेस देखने की उम्मीद कर सकते हैं।
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