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🍽️ Zomato को पहले इन 5 Investors ने क्यों किया था Reject? जानिए असली वजह

🍽️ Zomato को पहले इन 5 Investors ने क्यों किया था Reject? जानिए असली वजह

आज Zomato एक ऐसा नाम है जिसे हर भारतीय जानता है। ऑनलाइन फूड डिलीवरी की दुनिया में इसने क्रांति ला दी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जब Zomato की शुरुआत हुई थी, तब कई बड़े निवेशकों ने इसमें पैसा लगाने से साफ मना कर दिया था? आइए जानते हैं क्यों Zomato जैसे आज के यूनिकॉर्न को पहले 5 बड़े Investors ने Reject कर दिया था।

 Shark Tank ने ठुकराया, लेकिन इन स्टार्टअप्स ने ठानी सफलता की राह!

🚀 Zomato की शुरुआत कैसे हुई?

Zomato की शुरुआत 2008 में दीपिंदर गोयल और पंकज चड्ढा ने की थी। पहले इसका नाम “Foodiebay” था और यह एक ऑनलाइन रेस्टोरेंट मेन्यू लिस्टिंग वेबसाइट थी। आइडिया सिंपल था – लोगों को घर बैठे रेस्टोरेंट्स के मेन्यू देखने को मिलें और रिव्यू भी पढ़ने को मिलें।

लेकिन 2008 में जब यह आइडिया इन्वेस्टर्स के सामने गया, तो उन्हें यह उतना आकर्षक नहीं लगा।

कौन-कौन से Investors ने किया था Zomato को Reject?

1. Sequoia Capital

Sequoia Capital, जो आज भारत के कई बड़े स्टार्टअप्स में निवेश कर चुका है, उसने शुरुआत में Zomato को एक अस्थायी आइडिया माना। उनका मानना था कि यह एक “Non-scalable” बिजनेस मॉडल है और इसमें निवेश का जोखिम ज्यादा है।

2. Matrix Partners

Matrix Partners ने Zomato को रिजेक्ट करते हुए कहा था कि “रेस्टोरेंट मेन्यू” और “लोकल डेटा” आधारित स्टार्टअप की ग्रोथ सीमित होती है और यह बिजनेस सिर्फ बड़े शहरों तक सीमित रहेगा।

3. Blume Ventures

Blume Ventures ने भी Zomato में दिलचस्पी नहीं दिखाई क्योंकि उन्हें लगा कि इंडियन कंज़्यूमर ऑनलाइन खाना ऑर्डर करने को तैयार नहीं होगा और कैश ऑन डिलीवरी का चलन इस मॉडल को डिस्टर्ब करेगा।

4. Kalaari Capital

Kalaari Capital ने Zomato को इसलिए Reject किया क्योंकि उन्हें लगा कि गूगल मैप्स और Yelp जैसे इंटरनेशनल प्लेयर्स इसे आसानी से रिप्लेस कर सकते हैं।

5. Nexus Venture Partners

Nexus Venture Partners का मानना था कि इस इंडस्ट्री में प्रॉफिट मार्जिन बहुत कम है और लॉजिस्टिक्स खर्चा काफी ज्यादा होगा। इसलिए उन्होंने Zomato के शुरुआती प्रस्ताव को ठुकरा दिया।

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🔁 फिर कैसे मिली सफलता?

2010 में Zomato को Info Edge (जिसका मालिकाना Naukri.com के पास है) ने ₹4.7 करोड़ का पहला निवेश दिया। यही से कंपनी को एक मजबूत प्लेटफार्म मिला और वह आगे बढ़ी।

Info Edge ने कई बार Zomato में फंडिंग की, और अंततः कंपनी ने international expansion, food delivery, cloud kitchens, और advertising revenue streams जैसी सेवाएं शुरू कीं।

📈 आज Zomato कहाँ है?

  • 2021 में Zomato ने IPO (Initial Public Offering) लॉन्च किया और 9,375 करोड़ रुपए जुटाए।
  • आज Zomato 24+ देशों में ऑपरेट कर रहा है।
  • लाखों रेस्तरां इससे जुड़े हैं और करोड़ों ग्राहक इसके यूज़र हैं।
  • मार्केट वैल्यू आज अरबों में है।

🧠 Investors ने क्यों किया था Reject?

इन Investors ने Zomato को reject करने के पीछे जो कारण बताए, वो उस वक्त practical लग सकते थे, लेकिन उन्हें कुछ चीजें समझ नहीं आईं:

  1. Consumer Behavior Shift – मोबाइल और इंटरनेट की पहुंच तेजी से बढ़ रही थी।
  2. Scalability – Zomato ने रेस्तरां डेटा से आगे बढ़कर डिलीवरी और क्लाउड किचन में कदम रखा।
  3. Brand Loyalty – Zomato ने फनी और क्रिएटिव मार्केटिंग से एक loyal user base बना लिया।
  4. Tech Innovation – AI recommendations, live tracking, और user personalization से उन्होंने tech edge हासिल किया।

🔚 निष्कर्ष (Conclusion)

Zomato की कहानी हमें यह सिखाती है कि हर rejection सफलता की राह में एक स्टेप हो सकता है। आज जिन Investors ने Zomato को रिजेक्ट किया था, वे शायद पछता रहे होंगे। लेकिन यही startup दुनिया की खूबसूरती है – विश्वास, मेहनत और समय के साथ चीजें बदल सकती हैं।

अगर आप भी कोई startup शुरू करना चाहते हैं, तो Zomato की तरह कभी हार न मानें – rejection को fuel बनाएं और आगे बढ़ते रहें!

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