भारत में हाइपरटेंशन 2025: 21 करोड़ लोग प्रभावित, WHO की चेतावनी
भारत में हाइपरटेंशन

हाइपरटेंशन (High BP) को अक्सर “साइलेंट किलर” कहा जाता है। यह बीमारी धीरे-धीरे शरीर को नुकसान पहुंचाती है और कई बार तब तक पता नहीं चलता जब तक बड़ा खतरा सामने न आ जाए। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की “Global Report on Hypertension 2025” ने भारत में इसके गंभीर हालात पर चेतावनी दी है।
भारत में हाइपरटेंशन: मुख्य आंकड़े
- 21 करोड़ से ज्यादा भारतीय वयस्क प्रभावित।
- केवल 39% (8.22 करोड़) लोगों को पता है कि उन्हें हाई बीपी है।
- अधिकांश मरीजों का ब्लड प्रेशर कंट्रोल में नहीं है।
👉 यह स्थिति बताती है कि भारत में जागरूकता, इलाज और रोकथाम – तीनों मोर्चों पर अभी काफी काम करना बाकी है।
दुनिया में हाई ब्लड प्रेशर की स्थिति
- 2024 में दुनिया भर में 140 करोड़ लोग हाइपरटेंशन से प्रभावित थे।
- यह विश्व की 34% आबादी है।
- हर घंटे 1,000 से ज्यादा मौतें हाई बीपी से जुड़ी बीमारियों (हार्ट अटैक, स्ट्रोक) से होती हैं।
भारत में हाइपरटेंशन के बढ़ते कारण
- गलत खानपान – ज्यादा नमक, फास्ट फूड और पैकेज्ड स्नैक्स।
- तनाव और व्यस्त जीवनशैली।
- शारीरिक गतिविधि की कमी – व्यायाम और पैदल चलने की आदत का घट जाना।
- धूम्रपान और शराब का सेवन।
- मोटापा और डायबिटीज का बढ़ना।
हाइपरटेंशन के खतरनाक असर
- दिल की बीमारियां और हार्ट अटैक।
- स्ट्रोक (लकवा मारना)।
- किडनी की बीमारी और फेल्योर।
- आंखों की रोशनी पर असर।
- समय से पहले मौत का जोखिम।
WHO की चेतावनी और सुझाव
WHO की रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर हाइपरटेंशन को नजरअंदाज किया गया तो आने वाले सालों में यह महामारी का रूप ले सकता है। सुझाव:
- नियमित ब्लड प्रेशर चेकअप।
- स्वास्थ्य जागरूकता अभियान।
- नमक का सेवन कम करना।
- व्यायाम और योग को बढ़ावा।
- सस्ती और प्रभावी दवाओं की उपलब्धता।
सफलता की मिसालें
कुछ देशों ने दिखाया है कि सही कदम उठाकर हाइपरटेंशन को काबू किया जा सकता है:
- बांग्लादेश: 2019–2025 में कंट्रोल रेट 15% से बढ़कर 56%।
- फिलीपींस: WHO के HEARTS प्रोग्राम की मदद से उल्लेखनीय सुधार।
👉 भारत भी इनसे सीखकर मजबूत रणनीति बना सकता है।
भारत के लिए आगे की राह
- ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में हेल्थ चेकअप की सुविधा।
- Fit India Movement जैसी पहल को तेज करना।
- जंक फूड और नमक पर नियमन।
- डिजिटल हेल्थ ऐप्स से मरीजों की ऑनलाइन मॉनिटरिंग।
- स्कूल-स्तर पर स्वास्थ्य शिक्षा।
FAQ: भारत में हाइपरटेंशन से जुड़े सामान्य सवाल
1. हाइपरटेंशन क्या है?
हाइपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर वह स्थिति है जब रक्त का दबाव लगातार सामान्य सीमा (120/80 mmHg) से ज्यादा रहता है।
2. भारत में कितने लोग हाई बीपी से पीड़ित हैं?
WHO रिपोर्ट 2025 के अनुसार भारत में 21 करोड़ से ज्यादा वयस्क हाइपरटेंशन से जूझ रहे हैं।
3. हाइपरटेंशन से बचने के लिए क्या करना चाहिए?
- कम नमक और हेल्दी डाइट लें।
- रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें।
- धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं।
- तनाव को कम करें।
- समय-समय पर ब्लड प्रेशर की जांच करवाएं।
4. क्या हाइपरटेंशन पूरी तरह ठीक हो सकता है?
नहीं, लेकिन सही इलाज, नियमित दवा और जीवनशैली सुधार के जरिए इसे कंट्रोल और मैनेज किया जा सकता है।
निष्कर्ष
भारत में हाइपरटेंशन एक गंभीर चुनौती बन चुका है। WHO की रिपोर्ट चेतावनी देती है कि अगर अभी कदम नहीं उठाए गए तो आने वाले सालों में यह करोड़ों लोगों की जिंदगी पर भारी पड़ेगा। हमें यह समझना होगा कि हाई ब्लड प्रेशर का समय पर पता लगाना और नियंत्रित करना ही सबसे बड़ा बचाव है।
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